विनम्रता की मूरत, उदारता का सागर,
रतन हैं वो टाटा, जिनसे रोशन है हर नगर।
देश की शान, जन-जन के प्यारे,
उनके कर्मों से हैं, सपने सारे।
वह नहीं सिर्फ नाम, वह एक प्रेरणा हैं,हर मुश्किल में जो दिखाए राह, वह रोशनी की धारा हैं।उद्योग के क्षितिज पर, चमकते सितारे,संघर्षों के संग, सफलता के सहारे।
बिना शोर किए, कितने काम किए,गरीबों, असहायों के हृदय में स्थान लिए।देशभक्ति और सेवा उनकी पहचान,रतन टाटा, आपसे है भारत महान।