A poem dedicated to  Shri Ratan Tata

विनम्रता की मूरत, उदारता का सागर, रतन हैं वो टाटा, जिनसे रोशन है हर नगर। देश की शान, जन-जन के प्यारे, उनके कर्मों से हैं, सपने सारे।

वह नहीं सिर्फ नाम, वह एक प्रेरणा हैं, हर मुश्किल में जो दिखाए राह, वह रोशनी की धारा हैं। उद्योग के क्षितिज पर, चमकते सितारे, संघर्षों के संग, सफलता के सहारे।

बिना शोर किए, कितने काम किए, गरीबों, असहायों के हृदय में स्थान लिए। देशभक्ति और सेवा उनकी पहचान, रतन टाटा, आपसे है भारत महान।

दया, करुणा, और सहिष्णुता के प्रतीक, आपने दिखाया असली सफलता का मार्ग सही। धन्यवाद आपका, जो हमें प्रेरित करते हैं, रतन टाटा, आप दिलों में बसते हैं।

हर घर में आपका सम्मान है, सपनों का राजा, आप महान हैं। देश की माटी के लाल हो आप, हर दिल में बसा हुआ, अनमोल रत्न हो आप।