A Poem dedicated to  Shri Nitin Gadkari

नितिन गडकरी, प्रेरणा की ज्योति, सपनों की इमारतें बनाते, सड़कें, पुल और नये मार्ग, देश को आगे बढ़ाते।

सपनों की गति को यथार्थ में लाते, बुनियाद पर प्रगति की किताब, भ्रष्टाचार की घटा हटाकर, नये भारत का सपना सजाते।

सड़क के खड्डों को भरते, पथ की हर कठिनाई को मिटाते, शहरों से गाँव तक लाते, नया आशा का सूर्य उगाते।

सार्वजनिक जीवन में समर्पण, कभी न थकने की राह, हर चुनौती को स्वीकारते, देश को देते नई दिशा और सवाग।

नितिन गडकरी, तुम हो आंधी की तरह, प्रगति की हर धारा में समाहित, देश की हर संकल्पना में, तुम्हारी मेहनत की छवि प्रकटित।